Indian Independence Day, 15 August: Facts, History, Dates, Importance, and Celebration - SocialWelBeing
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Indian Independence Day, 15 August: Facts, History, Dates, Importance, and Celebration

Indian Independence Day, 15 August: Facts, History, Dates, Importance, and Celebration

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भारतीय स्वतंत्रता दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य, इतिहास, महत्वपूर्ण तारीख़े, स्वतंत्रता दिवस का महत्व

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स्वतंत्रता दिवस एक वार्षिक उत्सव है, जिसे प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन मनाया जाता हैं। 15 अगस्त का दिन पूरे भारत वर्ष में जोश-आे-खरोश और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

15 अगस्त 2020 को भारत की आज़ादी के 74 वर्ष पूरे हो जायेंगे। 15 अगस्त का दिन भारतीय इतिहास के सबसे स्वर्णिम दिनों में से एक हैं। क्योंकि आज ही के दिन सन् 15 अगस्त 1947 को भारत को विदेशी शासको की वर्षों की गुलामी से आधिकारिक तौर पर आज़ादी मिली थी।


स्वतंत्रता दिवस को भारत के सभी जाती धर्मों तथा समुदाय के लोगो द्वारा काफी उत्साह पूर्वक मनाया जाता है। इस दिन सभी भारतवासी एकजुट होकर भारत की एकता एवं अखंडता का प्रमाण देते है, तथा उन वीर नायकों को श्रद्धांजलि देते है, जिन्होंने अपनी जान देकर हमें तथा इस भारत वर्ष को आज़ादी दिलाई।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस इतिहास

भारत में अंग्रेज़ी हुक़ूमत का आगमन सन् 1600 ई. के अंत में हुआ, जब इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम ने अधिकार पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए अंग्रेज़ी ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार करने का अधिकार प्रदान किया।

भारत पर लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजी हुक़ूमत का शासन रहा। 23 जून 1757 ई. को अंग्रेज़ी सेनापति रॉबर्ट क्लाइव और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुई प्लासी की लड़ाई को जितने के बाद, अंग्रेज़ी हुक़ूमत ने तेज़ी से भारत पर अपना सत्ता स्थापित करना शुरू कर दिया।

समय बीतने के साथ, एक तरफ अंग्रेज़ी शासकों की क्रूरता बढ़ती गई, और दूसरी तरफ लोगों के मन में उनके खिलाफ अविश्वास और आक्रोश बढ़ता गया।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम लड़ाई सन् 1857 ई. में प्रारंभ हुई, जिसके नायक मंगल पांडे थे।

अंग्रेजों ने सन् 1856 ई. में अपनी पुरानी बंदूक ब्राउन बैस के स्थान पर नई एनफील्ड राइफल के प्रयोग करने का निर्णय लिया। नई एनफील्ड राइफल के लिए जो कारतूस बनाए गए थे उनको राइफल में भरने से पहले मुंह से खोलना पड़ता था।

इन कारतूसों को बनाने में गाय तथा सूअर के माँस का इस्तेमाल किया जाता था, जो हिंदू तथा मुसलमान दोनो धर्मों के खिलाफ था। यही वजह थी कि सिपाहियों ने मंगल पांडे के नेतृत्व में विद्रोह सुरु कर दिया।

दुर्भाग्य से, 1857 के विद्रोह में भारत की हार हुई। किंतु ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ लोगों के मन में बढ़ते आक्रोश को देखकर अंग्रेज़ी हुक़ूमत ने भारतीय शासन की बागडोर ईस्ट इंडिया कंपनी से छीन कर अपने हाथों में ले लिया। अब भारतीय शासन पर सीधे कंपनी का नियंत्रण था।

1857 में मंगल पांडे के विद्रोह ने कहीं न कहीं सभी भारतीयों के मन में आज़ादी की लालसा को जगा दिया था। और इसके बाद लगातार भारतीयों द्वारा अंग्रेज़ी हुक़ूमत के बहिष्कार के मामले सामने आने लगे।

लगातार दो विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन कमजोर हो चुका था, जिस कारण भारत में बढ़ रहे विद्रोह को दबाना उसके लिए काफी मुश्किल हो चुका था। और आखिरकार उसे भारत को स्वतंत्रता देनी पड़ी।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने, न सिर्फ भारत को आज़ादी दिलाई, बल्कि पूरे विश्व को प्रेरित किया। क्योंकि यह अभी तक का दुनिया का सबसे अहिंसक अभियान था।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व करने वाले जवानों को न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में सम्मान के साथ याद किया जाता है। 

भारतीय स्वतंत्रता दिवस तिथियां

15 अगस्त 1947 की आधी रात को भारत को स्वतंत्रता मिली। किंतु दुर्भाग्य से भारत को दो हिस्सों "भारत तथा पाकिस्तान" में विभाजित कर दिया गया।

हालांकि, पाकिस्तान ने आज़ादी के बाद सिर्फ दो बार ही 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया, उसके बाद से वह प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता हैं।

हर साल हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, ताकि यह प्रतिबिंबित हो सके कि हमने हमारे देश को आज़ाद करवाने के लिए कितनी कुर्बानियां दी है और यह कितना कीमती हैं। 

इस दिन पूरे देश में झंडा फहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है। लोग अपने राष्ट्र और संस्कृति को मनाने के लिए राष्ट्रीय या अपने स्थानीय पोशाक पहनने का प्रयास करते हैं।

15 अगस्त के दिन भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते हैं। तथा भारत के सशस्त्र बलों और सैनिकों द्वारा परेड के माध्यम से भारत के वीरता और इसके पराक्रम को दर्शाया जाता हैं।  


इस दिन दिल्ली के लाल किले से प्रधानमंत्री देश का संबोधन करते हैं, जिसमें पिछले वर्ष के दौरान देश की उपलब्धियों पर बोलते और भविष्य के लिए देश के कुछ लक्ष्यों को रेखांकित करते हैं।

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